
IIT गुवाहाटी के वर्चुअल कॉन्वोकेशन सेरेमनी को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हर स्टूडेंट के लिए दीक्षांत समारोह खास होता है। लेकिन इस बार महामारी के कारण यह साल और यह पल और भी विशेष है। कोरोना के कारण इस बार IIT गुवाहाटी वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने 22वें कॉन्वोकेशन सेरेमनी का आयोजन कर रही है। इस दौरान सभी स्टूडेंट्स को वर्चुअल मोड के जरिए डिग्री दी जा रही हैं।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री भी हुए शामिल
कार्यक्रम के दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री, रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि दीक्षांत समारोह अंत नहीं है, बल्कि शिक्षा की एक नई शुरुआत है। उन्होंने कहा कि IIT से पढ़े बच्चे दुनिया भर की बड़ी- बड़ी कंपनियों का नेतृत्व कर भारत को गौरवान्वित कर रहे हैं। जबकि नए ग्रेजुएट स्टूडेंट्स अपने सपने पूरा भारत के राजदूत बनेंगे।
वर्चुअल अवतार में शामिल हुए स्टूडेंट्स
स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए, IIT-G के निदेशक ने कहा कि करियर शुरू करने के लिए यह एक कठिन समय है, लेकिन स्टूडेंट्स तैयार हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि वह अपनी डिग्री का उपयोग जीवन की शिक्षा को पूरा करने के लिए करें, न कि सिर्फ जीवन जीने के लिए। महामारी के कारण ऑनलाइन हो रहे इस सेरेमनी में स्टूडेंट्स का वर्चुअल रियलिटी-आधारित अवतार निर्देशक के अवतार से उनकी डिग्री और मेडल हासिल करेंगे। इसके अलावा स्टूडेंट्स के लिए कैंपस में कुछ चुनिंदा जगहों पर फोटो लेने के लिए IIT ने एक फोटो-बूथ भी बनाया है।
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