
भारत में अधिकांश स्पैम कॉल्स के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर जिम्मेदार हैं। कॉलर आइडेंटिफिकेशन ऐप ट्रू-कॉलर की '2020 में स्पैम कॉल्स से प्रभावित टॉप-20 देश' नाम की नई रिपोर्ट में यह बात कही गई है। रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में देश में 52% स्पैम कॉल्स के लिए टेलीकॉम ऑपरेटर जिम्मेदार रहे हैं। वहीं, टेलीमार्केटर्स की हिस्सेदारी 34% रही है।
देश में स्पैम कॉल्स में कमी आई
रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि देश में स्पैम कॉल्स में कमी आई है। हालांकि, भारत अभी भी सबसे ज्यादा स्पैम कॉल्स वाले देशों की लिस्ट में 9वें स्थान के साथ टॉप-10 में बना हुआ है। इस लिस्ट में ब्राजील पहले और अमेरिका दूसरे नंबर पर है। तीन साल पहले भारत इस लिस्ट में पहले नंबर पर बना हुआ था।
स्कैम कॉल्स में हुई बढ़ोतरी
रिपोर्ट के मुताबिक, ओवरऑल स्पैम कॉल्स में कमी आई है लेकिन स्कैम कॉल्स में बढ़ोतरी हुई है। 2020 में स्पैम कॉल्स में स्कैम कॉल्स की हिस्सेदारी 9% रही है। पिछली रिपोर्ट के मुकाबले इसमें 6% की बढ़ोतरी हुई है। स्कैम कॉल्स में नो-योर-कस्टमर (KYC) और वन टाइम पासवर्ड (OTP) जैसे स्कैम प्रमुख रहे हैं।
OTP की जानकारी के लिए देते हैं संवेदनशील वित्तीय जानकारी
रिपोर्ट के मुताबिक, स्कैमर फोन कॉल या SMS के जरिए अनजान लोगों को फंसाने का प्रयास करते हैं। ये स्कैमर OTP जानने के लिए लोगों को उनकी संवेदनशील वित्तीय जानकारी देकर दबाव बनाते हैं। इस OTP के जरिए स्कैमर लोगों के बैंक अकाउंट या डिजिटल वॉलेट से पैसा निकाल लेते हैं।
घरेलू नंबरों से की जाती हैं 98.5% स्पैम कॉल
रिपोर्ट में कहा गया है कि स्पैम कॉल्स में कमी कारण यह है कि अधिकांश कॉल्स देश से ही की जाती हैं। रिपोर्ट के मुताबिक 98.5% स्पैम कॉल्स घरेलू फोन नंबर्स से की जा रही हैं। गुजरात, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली क्रमश: सबसे ज्यादा स्पैम कॉल किए जाने वाले राज्य हैं।
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