जर्मनी की कार मैन्युफैक्चरर कंपनी फॉक्सवैगन ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स पार्ट्स और सेमीकंडक्टर कंपोनेंट की बड़े पैमाने पर कमी के चलते प्रोडक्शन में मंदी का सामना करना पड़ रहा है। इसकी वजह है कि ग्लोबल ऑटोमोबाइल मार्केट महामारी की वजह से आई मंदी के बाद फिर से उभर रही है।
वोल्फ्सबर्ग बेस्ड कार मेकर ने कहा कि कोविड-19 की वजह बिक्री प्रभावित हुई थी, जिससे मंदी का सामना करना पड़ा है। हालांकि, अब कार सेमीकंडक्टर निर्माताओं ने कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए प्रोडक्शन फिर से शुरू किया है। अब ऑटोमोबाइल मार्केट में अब काफी सुधार हुआ है, लेकिन फॉक्सवैगन ग्रुप के साथ इंडस्ट्री को जरूरी इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स की कमी का सामना करना पड़ रहा है।
सेमीकंडक्टर की कमी से कई कंपनियां प्रभावित
कंपनी ने कहा कि यह पार्ट्स की कमी 2021 की पहली तिमाही के दौरान चीनी, उत्तरी अमेरिकी और यूरोपीय प्लांट्स में प्रोडक्शन को प्रभावित करेगी। फॉक्सवैगन बेस्ड कंपनी के मॉड्यूलर प्लेटफॉर्म पर आधारित मॉडल, फॉक्सवैगन कमर्शियल व्हीकल, स्कोडा, एसईएटी और ऑडी ब्रांड प्रभावित होंगे।
फॉक्सवैगन इनकमिंग परचेसिंग चीफ, मुरट अक्सेल ने कहा, "हम कम हो चुकी उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि ग्राहकों तक डिलीवरी जल्द से जल्द पहुंचाई जा सके।"
नई व्हीकल में सेमीकंडक्टर अहम पार्ट
ऑटो इंडस्ट्री नए व्हीकल के प्रोडक्शन में ब्लूटूथ कनेक्टिविटी और ड्राइवर असिस्ट, नेविगेशन और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक सिस्टम जैसे कई इलेक्ट्रॉनिक फीचर्स के लिए सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल कर रही है। सेमीकंडक्टर आमतौर पर सिलिकॉन चिप्स होते हैं जो कम्प्यूटर और सेलफोन से लेकर वाहनों और माइक्रोवेव ओवन तक जैसे प्रोडक्ट्स के कंट्रोल और मेमोरी फंक्शन को ऑपरेट करते हैं।
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