
देश भर में कोरोना मरीजों की संख्या 61 लाख के पार पहुंच गई है। वैक्सीन आने में अभी लंबा समय है। ऐसे में मास्क ही वैक्सीन है। कोरोना से लड़ते हुए 6 महीने बीतने के बाद भी लोगों के मन में मास्क से जुड़े कुछ भ्रम हैं और कुछ सवाल हैं। इनके जवाब लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डॉ. राजेन्द्र कुमार धमीजा ने दिए....
एक्सरसाइज करते वक्त मास्क जरूरी नहीं
अक्सर लोगों में यह कंफ्यूजन रहता है कि एक्सरसाइज के समय मास्क पहनना है या नहीं, लेकिन स्वास्थ्य मंत्रालय और डब्लूएचओ का कहना है कि व्यायाम करते वक्त मास्क बहुत जरूरी नहीं है। क्योंकि कई बार पसीना अधिक निकलता है और मास्क गीला हो जाता है। ऐसे मास्क बैक्टीरिया की संख्या को बढ़ाते हैं। लेकिन हां, एक्सरसाइज करते वक्त फिजिकल डिस्टेंसिंग बनाए रखना बहुत जरूरी है।
मास्क लगाकर ऐसे पढ़ाएं शिक्षक
कई राज्यों और शहरों में स्कूल खुलने शुरू हो गए हैं। लेकिन वहां भी मास्क अनिवार्य किया गया है। शिक्षकों की परेशानी है कि क्लास में मास्क पहन कर बच्चों को कैसे पढ़ाएं। इस पर विशेषज्ञ का कहना है, कई शिक्षकों को ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन इसके लिए स्कूल की ओर से कॉलर माइक की व्यवस्था कराई जा रही है। इसके अलावा कई बार अस्पताल में ही मरीज से मास्क लगाकर कुछ इंट्रक्शन देना कठिन होता है, तो वाक्य छोटे रख कर धीरे-धीरे समझाते हैं। इसलिए कोशिश करें कि छोटे-छोटे वाक्यों में समझाएं।

मास्क लगाने से नहीं होता सिर दर्द
इसके अलावा कई लोग मास्क न लगाने का तर्क देते हैं कि उन्हें सिर में दर्द होने लगता है। इस पर डॉ. धमीजा ने कहा कि कॉटन का टू लेयर या थ्री लेयर मास्क लगाने से कोई परेशानी नहीं होती है। ये केवल एक तरह का भ्रम है। कुछ लोग कहते हैं कार्बन डाइऑक्साइड बाहर नहीं आ पाती, ऐसा कुछ भी नहीं है।
कॉटन के मास्क के 4-6 घंटे लगातार लगाए रह सकते हैं। इसके अलावा कई लोग मास्क को एक तरफ से गंदा होने पर या दूसरे दिन दूसरे तरफ पलट कर लगा लेते हैं। ऐसा मत करें, इससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि वायरस मास्क के बाहरी सतह पर रह सकता है। इसलिए साबुन पानी से धोकर ही प्रयोग करें।

गमछा, रुमाल और घर पर बने मास्क कितने सेफ हैं?
एम्स भोपाल की विशेषज्ञ डॉ. नीलकमल कपूर कहती हैं नाक और मुंह को ढकने के लिए जो कपड़े का इस्तेमाल किया जा रहा है वह सिंगल लेयर वाला नहीं होना चाहिए। अगर गमछा का इस्तेमाल कर रहे हैं उसे इस तरह आंख के नीचे से लेकर ठोडी तक इस तरह बांधें कि तीन लेयर बनें, तभी वायरस के कणों से बचाव हो सकता है। रुमाल सिंगल लेयर है तो यह सही नहीं है क्योंकि अक्सर रुमाल नीचे की तरफ से खुला रहता है इससे संक्रमण का खतरा रहता है।
मास्क लगाने वाले अक्सर क्या गलतियां करते हैं?
अक्सर लोग मास्क लगाते समय इसकी डोरियों को टाइट नहीं करते। कई बार ऊपरी डोरी बांधते हैं और नीचे की छोड़ देते हैं। कुछ लोग बार-बार मास्क नाक से खिसका देते हैं। ऐसा न करें। इस तरह मास्क लगाने से संक्रमण का खतरा रहता है। कहीं जा रहे हैं, ऑफिस में हैं या बाजार में हैं घर से बाहर रहने पर हर समय मास्क लगाए रखें। मास्क हटाकर बिना हाथ धोए मुंह, नाक न छुएं।

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