
अधिकमास यानी मलमास शुरू हो गया है। ये माह 16 अक्टूबर तक चलेगा। इस माह में भगवान विष्णु की विशेष पूजा करने की परंपरा है। क्योंकि, विष्णुजी ने इस माह अपना श्रेष्ठ नाम पुरुषोत्तम दिया है। साथ ही, मलमास को वरदान भी दिया है कि जो भी व्यक्ति इस माह में पूजा-पाठ, जाप और ध्यान करेगा, उसे सकारात्मक फल मिल सकते हैं।
कैसे करें मंत्र जाप, जानिए जाप की सरल विधि
रोज सुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें। घर के मंदिर में भगवान विष्णु और बाल गोपाल की पूजा करें। भगवान को पीले वस्त्र अर्पित करें। केसर, चंदन, पीले फूल चढ़ाएं। तुलसी के साथ माखन-मिश्री का भोग लगाएं। दीपक जलाकर आरती करें। आरती के बाद साफ आसन पर बैठकर भगवान के मंत्र का जाप करें। मंत्र जाप के लिए तुलसी की माला का उपयोग करना चाहिए। जाप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए। मंत्र जाप के बाद भगवान से पूजा में हुई भूल के लिए क्षमा मांगे। पूजा के बाद प्रसाद वितरित करें और खुद भी ग्रहण करें।
रोज इस तरह मंत्र जाप करने से मन शांत रहता है और विचारों में सकारात्मकता बढ़ती है।


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