कभी ये न कहें कि मैं नहीं कर सकता, क्योंकि आप अनंत हैं, आप कुछ भी कर सकते हैं - ucnews.in

गुरुवार, 3 दिसंबर 2020

कभी ये न कहें कि मैं नहीं कर सकता, क्योंकि आप अनंत हैं, आप कुछ भी कर सकते हैं

रामकृष्ण परमहंस के प्रिय शिष्य स्वामी विवेकानंद का जन्म 12 जनवरी, 1863 को कोलकाता में हुआ था। विवेकानंद का प्रारंभिक नाम नरेन्द्रनाथ दत्त था। इनके पिता का नाम विश्वनाथ और माता का नाम भुवनेश्वरी था। विश्वनाथ दत्त उस समय हाईकोर्ट के वकील थे।

25 वर्ष की उम्र में नरेंद्रनाथ ने घर-परिवार को छोड़कर संन्यास धारण कर लिया था। 1893 में अमेरिका के शिकागो में विश्व धर्म महासभा हुई थी, इस सभा में विवेकानंदजी ने अद्भुत भाषण दिया था। इस भाषण के बाद से स्वामीजी दुनियाभर में प्रसिद्ध हो गए थे। उन्होंने रामकृष्ण परमहंस मिशन की शुरुआत की थी। स्वामीजी ने 4 जनवरी 1902 को देह त्यागी थी। जानिए विवेकानंद के कुछ ऐसे विचार, जिन्हें अपनाने से हमारी कई समस्याएं खत्म हो सकती हैं...

जानिए स्वामी विवेकानंद के कुछ ऐसे विचार, जिनका ध्यान रखने पर आप सफलता हासिल कर सकते हैं...



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